अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके गुर्गों पर शिकंजा कसा

मुंबई: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके गुर्गों पर नेशनल जांच एजेंसी यानी NIA ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. दरअसल NIA ने दाऊद इब्राहिम और उसके गुर्गों के ठिकानों की सूचना देने वाले को 90 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है. इस बाबत NIA ने बाकायदा एक सर्कुलर जारी किया है. NIA द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के मुताबिक दाऊद इब्राहिम के बारे में सूचना देने 25 लाख रुपये, छोटा शकील पर 20 लाख रुपये, जबकि टाइगर मेमन, अनीस इब्राहिम और जावेद चिकना पर 15-15 लाख रुपये इनाम दिया जाएगा. इस सर्कुलर से साफ है कि NIA को दाऊद के साथ-साथ छोटा शकील, टाइगर मेमन, अनीस इब्राहिम और जावेद चिकना उर्फ जावेद चिकना की मौजूदा फ़ोटो मिल चुकी है, जिसमें उनके चेहरे में काफी परिवर्तन नजर आ रहा है. दाऊद गिरोह के लोग भारत में अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं, जिसमें विस्फोटक, ड्रग्स, अवैध हथियार और फर्जी नोटों का कारोबार शामिल है. इसके अलावा दाऊद इब्राहिम लगातार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और आतंकी संगठनों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है.NIA की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक दाऊद गैंग के लोग पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों को फंड मुहैया करा रहे हैं और इस फंड को इकट्ठा करने के लिए बाकायदा मुंबई, ठाणे और उसके आस-पास के इलाकों में फिरौती, सट्टेबाजी, बिल्डरों को धमकी और ड्रग्स का कारोबार बढ़ा दिया है. दरअसल कुछ सालों पहले ही दाऊद इब्राहिम को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित किया गया है. इसके पहले 2003 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी उसके ऊपर 25 लाख डॉलर का इनाम घोषित किया था. भारत की जांच एजेंसियों को दाऊद की कई मामलों में तलाश है, जिसमें वह सीधे तौर पर आरोपी है. इसमें से 1993 में मुंबई में हुए सीरियल बम ब्लास्ट का मामला सबसे अहम है. इस ब्लास्ट के बाद से ही वह देश छोड़कर फरार हो गया था. NIA ने डी गैंग के जिन लोगों पर इनाम रखा है, उनमें से एक टाइगर मेमन पर 1993 सीरियल बम धमाकों में शामिल होने और साजिश रचने का आरोप है. उसके भाई याकूब मेमन को 2015 में इसी मामले में दोषी पाए जाने के बाद फांसी की सज़ा दी गई थी.अनीस इब्राहिम दाउद का भाई है, जो उसके साथ पाकिस्तान में ही रहता है. जावेद चिकना भी दाऊद के साथ ही रहता है. यह भी 1993 ब्लास्ट का आरोपी है और दाऊद का बेहद ही करीबी आदमी होने के साथ-साथ उसके काले धंधों को संभालता है. कुछ साल पहले ही गुजरात मे बीजेपी के दो नेताओं की हत्या करने का आरोप इस पर लगा था.छोटा शकील 1988 में डी गैंग में शामिल हुआ था और तब से उसे दाऊद का राइट हैंड माना जाता है. 1993 ब्लास्ट में वह मोस्ट वांटेड आरोपी भी है. शकील भी दाऊद के साथ पाकिस्तान में ही रहता है

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