शिवराज ने अनाथ बच्चों संग मनाई दिवाली:CM हाउस में गुलाब फूल देकर स्वागत किया, दीये जलाए, अपने हाथ से खाना भी खिलाया

मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोविड में अनाथ हुए बच्चों के साथ 4 नवंबर को दिवाली मनाई। मुख्यमंत्री चौहान "मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना" से जुड़े बच्चों के साथ मुख्यमंत्री निवास में भोजन कर उन्हें शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री निवास पर दोपहर पहुंचे बच्चों को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। यहां भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़ और होशंगाबाद जिलों के 53 बच्चे सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री ने बच्चों को अपने हाथ से खाना भी खिलाया। इसके बाद बच्चों को सीएम हाउस घुमाएंगे। उन्होंने बच्चों को मोटिवेट करते हुए कहा कि वे चिंता ना करें। वह जो भी करना चाहते हैं, सरकार मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि COVID काल में कई बच्चों ने माता-पिता खो दिए। यह बच्चे हम सबकी की जिम्मेदारी हैं। आपके पड़ोस या परिचय में ऐसे बच्चे हैं, तो यह दिवाली उनके साथ मनाएं। कोविड काल में नियति ने कई बच्चों से माता-पिता छीन लिए। उन्हें वापस तो नहीं ला सकते, लेकिन बच्चों की जिंदगी संवारने, उज्ज्वल भविष्य बनाने के साथ उन्हें खुशियां दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ पर्व की खुशियां साझा करें। उन्हें मिठाई, उपहार और पसंदीदा सामग्री भेंट करें। माता-पिता की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता, लेकिन खुशियां बांटकर तकलीफें कुछ कम कर सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि हर सुख-दुख साझा करना पर्वों का संदेश है। मानवता, लोक कल्याण और बंधुत्व का संदेश देती हमारी संस्कृति हम सभी को एक परिवार का बोध कराती है। हम उन परिवारों के साथ भी पर्व की खुशियां साझा करें, जिन्होंने कोरोना काल में अपनों को खोया है, तकलीफें उठाई हैं। उनके घर खुशियों से रोशन करें। सीएम के अनुसार मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना के तहत हम इन बच्चों की शिक्षा समेत सभी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश में मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना में 1052 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से 945 आवेदन स्वीकृत किए जाकर 1365 अनाथ बच्चों को लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना में कोरोना काल में माता-पिता को खो देने वाले बच्चों की आर्थिक सहायता के साथ उन्हें निःशुल्क शिक्षा और निःशुल्क राशन दिए जाने का प्रावधान किया गया है।

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