MP चयनित शिक्षक भर्ती में फिर विरोध:चयनित शिक्षक बोले पहली लिस्ट में नाम था; फाइनल में उनसे नीचे वाले को पोस्ट दे दी
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तीन साल पहले आयोजित की गई चयनित शिक्षक भर्ती परीक्षा में नया विवाद सामने आया है। जबलपुर से भोपाल पहुंचे चयनित शिक्षक ने बताया कि सत्यापन के बाद उन्हें 14वां नंबर दिया गया, लेकिन फाइन लिस्ट में उनका नाम तो नहीं था, लेकिन उनसे नीचे वाले 15वें नंबर का नाम था। अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। इसी तरह से भर्ती में गड़बड़ी को लेकर प्रदेश भर से चयनित सोमवार दोपहर भोपाल पहुंचे। जिसके बाद भारी पुलिस फोर्स लगाया गया।
जबलपुर के रहने वाले वीरेंद्र गोटिया ने बताया कि उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के इतिहास में 75 अंक प्राप्त किए। गेस्ट फैक्लिटी के कारण मुझे समेत 15 लोगों को शॉर्ट लिस्ट किया गया। सत्यापन के बाद मुझे To be accepted श्रेणी में रखा गया। फाइनल लिस्ट से मेरा नाम हटा दिया गया, जबकि 15 नंबर वाले अभ्यार्थी का नाम फाइनल लिस्ट में है। सोमवार को मेरे साथ इस तरह कई अभ्यार्थी भोपाल लोक शिक्षण कार्यालय आए, लेकिन अधिकारियों ने एक नहीं सुनी। मेरी शिकायत सिर्फ आवक-जावक शाखा में लेकर चलता कर दिया गया।
12043 पदों की सूची जारी की थी
चयनित शिक्षकों की अंतिम चयन सूची जारी की गई। इस सूची में 12043 शिक्षकों के नाम शामिल हैं। वेटिंग लिस्ट वाले एवं वैरिफिकेशन के दौरान रिजेक्ट किए गए शिक्षकों के नाम इसमें शामिल नहीं थे। दस्तावेजों का वैरिफिकेशन कंप्लीट होने वाले चयनित शिक्षकों के नाम सूची में शामिल किए गए। इनमें 8 हजार 342 उच्च माध्यमिक शिक्षक और 3 हजार 701 माध्यमिक शिक्षक हैं।
भोपाल में 13 महीने में 13 बड़े आंदोलन
चयनित शिक्षक राजधानी में पिछले 13 महीने में 13 बड़े आंदोलन कर चुके हैं। 18 अगस्त को बीजेपी दफ्तर के सामने किए गए प्रदर्शन में कई प्रदर्शनकारियों पर एफआईआर तक दर्ज की गई थी। गौरतलब है कि ओबीसी के कोटे संबंधी आरक्षण के मामले में हाईकोर्ट में अलग-अलग याचिकाएं दायर की गई थीं।
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