भोपाल में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन:शनिवार को भी विसर्जन जारी, बड़ी मूर्तियों को क्रेन-जेसीबी की मदद से विसर्जित कर रहे; फूल-पूजन सामग्री से बनेगी खाद
भोपाल में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन शनिवार को भी जारी है। सुबह से ही लोग प्रतिमाएं लेकर घाटों पर पहुंचे। बड़ी प्रतिमाओं को क्रेन-जेसीबी की मदद से विसर्जित किया जा रहा है। यहीं पर नगर निगम का अमला फूल और पूजन सामग्री इकट्ठा कर रहा है। इससे निगम खाद बनाएगा।
शहर के 7 और आसपास के 4 घाट पर विसर्जन की व्यवस्था की गई है। शुक्रवार को बड़ी संख्या में प्रतिमाएं विसर्जन के लिए लाई गई थीं। शनिवार को भी लोग प्रतिमाएं-ज्वारे लेकर घाटों पर पहुंचे। बता दें कि शहर में 700 से अधिक जगह स्थानों पर बड़ी प्रतिमाएं विराजित की गई हैं, लेकिन अधिकांश स्थानों से प्रतिमा का विसर्जन शनिवार को किया जा रहा है।
सुरक्षा के लिहाज से क्रेन और जेसीबी
घाटों पर कोई हादसा न हो, इसलिए नगर निगम ने अबकी बार घाटों पर विसर्जन व्यवस्था बदली है। बड़ी प्रतिमाओं को क्रेन और जेसीबी की मदद से ही विसर्जित किया जा रहा है। वहीं, छोटी प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्था कुंड में की गई है। शहर के खटलापुरा, प्रेमपुरा, बैरागढ़, हथाईखेड़ा, शाहपुरा, आर्च ब्रिज और मालीखेड़ी में विसर्जन हो रहा है। इनके अलावा सीहोर नाका, अनंतपुरा, ईंटखेड़ी और नरोन्हा सांकल में भी विसर्जन की व्यवस्था की गई है। इन घाटों पर जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के करीब 5 हजार अधिकारी-कर्मचारी तैनात हैं। देर रात तक घाटों पर विसर्जन चलेगा। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने अधिकारी-कर्मचारियों की अलग-अलग शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है।
पहले दिन 20 टन से ज्यादा फूल एकत्रित
सभी घाट पर निगम के 10-10 कर्मचारी तैनात हैं, जो प्रतिमा के साथ लाई गई पूजन सामग्री और फूलों को एकत्रित कर रहे हैं। पहले दिन 20 टन से ज्यादा सामग्री एकत्रित की गई थी। इन फूलों व पूजन सामग्री की खाद बनाई जाएगी। एम्स के पास स्थित प्लांट में जैविक खाद बनाने की प्रोसेस होगी। बता दें कि गणेश विसर्जन के दौरान 80 टन फूल और पूजन सामग्री इकट्ठा हुई थी। जिसकी खाद तैयार की जा रही है।
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