सुभाष नगर आरओबी को 'ग्रीन' सिग्नल नहीं:मेट्रो के पिलर-गर्डर लॉन्चिंग का काम पूरा, लेकिन ट्रैफिक का ट्रायल शुरू नहीं; 19 महीने पहले बन चुका आरओबी

भोपाल में सुभाष नगर आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) बने 19 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक मामला ट्रैफिक और ट्रायल में ही उलझा हुआ है। इस कारण करीब 3 लाख लोगों को फायदा नहीं मिल पा रहा है। आरओबी प्रभात चौराहा से मेदा मिल रोड तक 40 करोड़ रुपए में बना है। 690 मीटर लंबा ब्रिज टूलेन है, जो नए को पुराने शहर को जोड़ेगा। करीब 19 महीने पहले यह ब्रिज बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन एमपी नगर से सुभाष रेलवे फाटक के बीच मेट्रो के पिलर खड़े करने और गर्डर की लॉन्चिंग होने के कारण ब्रिज की सड़क से ट्रैफिक शुरू नहीं हो सका था। हालांकि, सितंबर में गर्वमेंट प्रेस से रेलवे फाटक के बीच मेट्रो के पिलर और गर्डर लॉन्चिंग का काम पूरा हो चुका है। बावजूद PWD ने अब तक ब्रिज से ट्रैफिक शुरू नहीं किया है। रेड सिग्नल लगाकर करना है ट्रायल सूत्रों ने बताया कि ओवरब्रिज से ट्रैफिक निकालने का पहले ट्रायल किया जाएगा। फिर इसे पूरी तरह से खोल दिया जाएगा। दरअसल, सुभाष नगर से गर्वमेंट प्रेस तक ट्रैफिक गुजरने में कोई अड़चन नहीं है, लेकिन गर्वमेंट प्रेस से ओवरब्रिज तक ट्रैफिक जाने से पहले एक स्थान पर रेड सिग्नल लगाना पड़ेगा, क्योंकि जिंसी चौराहे का ट्रैफिक इधर से ही आएगा। ऐसे में रेड सिग्नल नहीं होने से एक्सीडेंट होने का खतरा रहेगा। मंत्री कर चुके निरीक्षण अगस्त में मंत्री विश्वास सारंग ने पीडब्ल्यूडी, मेट्रो और रेलवे के अधिकारियों के साथ दौरा कर ओवरब्रिज से ट्रैफिक जल्द शुरू करने को कहा था। इसके लिए ट्रायल भी होना था, लेकिन PWD अब तक न तो रेड सिग्नल लगा पाया और न ही ट्रायल कर पाया है। इस कारण ओवरब्रिज से ट्रैफिक गुजारने की शुरुआत नहीं हो पाई है। यह मिलेगा फायदा यह ओवरब्रिज नए को पुराने शहर से जोड़ेगा। ब्रिज शुरू होने के बाद आसपास के क्षेत्रों के तीन लाख रहवासियों को सीधा फायदा होगा। सुभाष नगर व रचना नगर अंडर ब्रिज के साथ अशोका गार्डन पर घंटों लगने वाले जाम की समस्या भी हल होगी। वहीं एमपी नगर और प्रभात चौराहा क्षेत्र से भोपाल स्टेशन, अशोका गार्डन व पिपलानी, गोविंदपुरा, एमपी नगर, रचना नगर की ओर आने-जाने वालों को सहूलियत होगी।

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