टिफिन बम का खतरा अभी टला नहीं है...:गुरमुख सिंह रोडे के सप्लाई किए गए 3 में से दो बमों की तलाश में जुटी सुरक्षा एजेंसियां

अमृतसर के अजनाला में सवा महीना पहले एक पेट्रोल पंप के पास खड़े तेल के टैंकर में ब्लास्ट के खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। बीते दिन गिरफ्तार किए गए चार आतंकियों में से एक रूबल से कई अहम सुराग मिलने के बाद पुलिस की चिंताएं और बढ़ गई हैं, वहीं अभी एक खतरा और भी मंडरा रहा है। दरअसल, जालंधर में पकड़े गए गुरमुख सिंह रोडे ने तीन टिफिन बम सप्लाई किए थे। इनमें से एक तो अजनाला में ब्लास्ट कर दिया गया, लेकिन दो की तलाश अभी खत्म नहीं हुई है। गुरुवार को इस प्रकरण मं गिरफ्तार किए गए गुरमुख के लिंक के चार में से तीन आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश करके 4 दिन के रिमांड पर ले लिया है। गौरतलब है कि बीते माह जालंधर से पकड़ा गया गुरमुख सिंह रोडे पाकिस्तान में बैठे प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे का भतीजा है। गुरमुख को लखबीर की तरफ से चार टिफिन बम डिलिवर किए गए थे। इनमें से तीन उसने डिलिवर भी कर दिए और एक को NIA ने गुरमुख से रिकवर कर लिया था। लखबीर के कहने पर गुरमुख ने दो टिफिन बम अमृतसर-जालंधर जीटी रोड पर गांव हंबोवाल अंडरपास के पास, जबकि एक टिफिन बम मोगा के बुगीपुरा चौक के पास रखा था। यहीं से एक टिफिन बम आरोपियों विक्की, मलकीत और गुरप्रीत ने उसे हंबोवाल अंडरपास से उठाया था। गुरमुख ने दो बम हंबोवाल छोड़े थे। एक का प्रयोग रूबल और उसके साथियों ने अजनाला के फिलिंग स्टेशन के पास कर लिया, लेकिन दो अन्य कहां हैं। यह चिंता एजेंसियों को सता रही है। दूसरी तरफ हंबोवाल के पास दूसरा बम रखने का मतलब है कि उसे माझा में ही कहीं प्रयोग किया जाना है। दूसरी तरफ कई हिंदू त्यौहार आने वाले हैं। इनमें एक बड़ा आयोजन नवरात्रों के दौरान दुर्ग्याणा मंदिर के पास स्थित हनुमान मंदिर में लगने वाला लंगूर मेला है। यह मेला 10 दिन तक चलता है। वहीं दूसरा सबसे बड़ा आयोजन विजय दसवीं के दिन रावण दहन का होता है। यहां भी हजारों की संख्या में लोग विभिन्न आयोजनों में जुटते हैं। तीन आरोपियों को 4 दिन के रिमांड पर भेजा कोर्ट ने उधर, रूबल को बुधवार ही कोर्ट में पेश कर दिया गया था और कोर्ट ने आरोपी का चार दिन का रिमांड पुलिस को दिया था, वहीं गुरुवार को उसके तीन साथियों विक्की भुट्‌टी, मलकीत सिंह और गुरप्रीत सिंह को अजनाला कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने इन्हें 4 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। इसके अलावा अब अजनाला पुलिस गुरमुख सिंह रोडे और गुरमुख सिंह बराड़ को भी प्रोडक्शन वारंट पर लाने की तैयारी में है, ताकि पाक में बैठे आतंकियों के मकसद का पता चल सके। रूबल को पुलिस ने कत्ल के जुर्म में पकड़ा था जानकारी के अनुसार रूबल अजनाला फिलिंग स्टेशन पर ब्लास्ट करने के बाद घटना स्थल से 200 मीटर की दूसरी पर स्थित अपने ही घर में 22 दिनों तक रहा। लेकिन इस दौरान उसने गांव महल बुखारी में एक युवक का कत्ल कर दिया। जिसके बाद वह अम्बाला फरार हो गया था। पुलिस रूबल को मर्डर केस में ढूंढ रही थी और उसे अम्बाला से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया थे आतंकी लिंक जानकारी के अनुसार जब पुलिस रूबल से कत्ल के अलावा अन्य जुर्मों को उगलवा रही थी, तभी उसने अपने पाकिस्तान के साथ संबंधों के बारे में भी बता दिया। जिसे सुन अमृतसर रूरल पुलिस हैरान रह गई। रूबल ने एक-एक करके अपने कारनामों ओर विक्की भुट्‌टी, मलकीत सिंह और गुरप्रीत सिंह के साथ किए टैंकर ब्लास्ट के बारे में पुलिस को बताया। अम्बाला में किसी पाकिस्तानी से मिला था रूबल अजनाला में घटना को अंजाम देने से पहले भी रूबल अम्बाला गया था। जहां वह एक पाकिस्तानी नागरिक से मिला था। इस पाकिस्तानी नागरिक ने उसे बम के बारे में जानकारी दी थी और स्पष्ट किया था कि बम पर एक पैन ड्राइव लगी हुई है। जिससे बम को चलाने के तरीके के बारे में बताया गया है। तस्करों के साथ थे रूबल के संपर्क पूछताछ में रूबल ने बताया कि उसके संबंध तस्करों के साथ रहे हैं। पहले रूबल भारतीय तस्करों के लिए छोटे-मोटे काम किया करता था। जिसके बाद पाकिस्तान में बैठे ISI एजेंट कासिम से उसका संपर्क हो गया। कासिम ने लखबीर रोडे की बात भी उससे करवाई और स्लीपर सैल बनाने व घटना को अंजाम देने के लिए दो लाख रुपए देने का वायदा किया। वारदात के बाद नहीं हुई पेमेंट अजनाला के शर्मा फिलिंग स्टेशन में ब्लास्ट की घटना के बाद से ही रूबल व विक्की दोनों कासिम और रोडे के संपर्क में थे। वे दोनों बार-बार दो लाख रुपए देने की बात करते रहे। लेकिन अजनाला ब्लास्ट के एक महीने बाद तक भी कासिम व रोडे ने आरोपियों को पेमेंट नहीं की थी।

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