गुजरात में बाढ़:बादल फटने से राजकोट में 24 घंटे में 7 और जामनगर में 10 इंच बारिश, कई इलाकों में 8 फीट तक पानी भरा
भारी बारिश की वजह से गुजरात के कई शहरों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। इसका सबसे ज्यादा असर राजकोट और जामनगर में हुआ हैं। बादल फटने से राजकोट में पिछले 24 घंटों में 7 इंच और जामनगर में 10 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है। इससे कई इलाकों में 10 फीट तक पानी भर गया है।
जूनागढ़ में भी 6 इंच बारिश हुई है। इससे सोनरख और कालवा नदियों में बाढ़ आ गई। इससे निचले इलाकों के कई घर डूब गए हैं। फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। मदद के लिए दूसरे जिलों से भी टीमों को बुलाया जा रहा है। तीन गांव ऐसे हैं, जहां बाढ़ से सबसे ज्यादा तबाही हुई है।
अब तक 230 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू
जामनगर के निचले इलाकों में हालात भयानक हो चुके हैं। लोग जान बचाने के लिए छतों पर डेरा डाले हुए हैं। NDRF की टीम उन्हें बचाने में जुटी है। शहर के कालावड में रेस्क्यू कर 31 लोगों के बचाया गया है। NDRF, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें अब तक 230 से ज्यादा लोगों को निकाल चुकी हैं।
शपथ लेने से पहले ही नए मुख्यमंत्री एक्शन में आए
राज्य के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोमवार दोपहर पद की शपथ ली। हालांकि, शपथ से पहले ही भूपेंद्र पटेल एक्शन में आ गए। उन्होंने जामनगर प्रशासन से बाढ़ के हालात पर बात की। साथ ही पानी से घिरे लोगों को जल्द सुरक्षित जगह पहुंचाने के लिए कहा है।
रणजीत सागर डैम भरने से पानी का संकट खत्म
गुजरात के सौराष्ट्र में पिछले 5 दिन से जोरदार बारिश जारी है। निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को काफी नुकसान हुआ है। इन परेशानियों के बीच राहत की बात ये है कि लगातार बारिश से रणजीत सागर डैम ओवरफ्लो हो गया है। इससे कई शहरों में पीने का पानी सप्लाई होता है। डैम खाली होने से सप्लाई में दिक्कत होने का अंदेशा था। अब ऐसे हालात बनने की आशंका खत्म हो गई है।
जामनगर-कलावड हाईवे बंद
पिछले 24 घंटों में जामजोधपुर में 2.25 इंच और जोदिया में 2 इंच बारिश दर्ज की गई है। वोकरा नदी और नदी-नालों का पानी से हाईवे डूब गया है। इससे जामनगर-कलावड हाईवे को बंद कर दिया गया है।
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