खिलौना समझा जिसे बच्चों ने, वह निकला 'सांपों का बाप':पटना में रसल वाइपर को अजगर समझकर पकड़ा, रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद जू में छोड़ा

पटना के अंटा घाट पर रविवार को बच्चों ने एक बेहद जहरीले सांप को अजगर समझकर पकड़ लिया। वे बिना उसके बारे में जाने उसके साथ खेलते रहे। बाद में पता चला कि जिसे उन्होंने अजगर समझकर पकड़ा, वो देश का तीसरा सबसे खतरनाक सांप रसेल वाइपर है। सूचना रेस्क्यू टीम को दी गई, ये बच्चे टीम से सांप के बदले पैसे मांगने लगे और नहीं देने पर उसे गंगा नदी में फेंक दिया। नदी में छलांग लगा रहे बच्चों को मिला खतरनाक सांप आसपास के बच्चे दिन में गंगा नदी में छलांग लगाते हैं। ऐसे ही अंटा घाट पर बच्चे नदी में छलांग लगा रहे थे। इस दौरान उन्हें सांप दिखाई पड़ा। सांप देखकर बच्चों को लगा कि वो अजगर है या फिर गूंगा सांप। बच्चों के साथ आसपास मौजूद नाविक और अन्य लोगों ने मिलकर सांप को नदी से बाहर निकाल लिया और फिर काफी देर उसके साथ खेल किया। फिर एक प्लास्टिक के डिब्बे में भर दिया। रेस्क्यू करने आए असीम राज से मांग रहे थे पैसे सांप का खतरा देख घाट से ही किसी ने सांपों का रेस्क्यू करने वाली टीम को सूचना दे दी। इसके बाद उत्प्रेरक फाउंडेशन के असीम राज अंटा घाट पर पहुंच गए। उन्होंने सांप को ले जाने की कोशिश की, लेकिन बच्चों ने उसे नहीं दिया। वो सांप के बदले असीम से पैसा मांग रहे थे। असीम ने कहा कि वह उसे बचाने आए हैं और सांप को पकड़ने के बाद कहीं सुरक्षित रखा जाएगा। असीम राज ने लोगों को बताया भी सांप काफी खतरनाक है और देश में जितनी भी सांप काटने से मौत होती है, उसमें तीसरे नंबर का सांप रसेल वाइपर है। पहले पर कोबरा और दूसरे नंबर पर करैत है। सांप के रेस्क्यू के लिए बुलाई गई पुलिस सांप का रेस्क्यू करने पहुंचे असीम राज का कहना है कि घाट पर मौजूद लोगों की मनमानी के कारण गांधी मैदान थाने से पुलिस बुलानी पड़ी। मौके पर पुलिस आई। इसके बाद रेस्क्यू किया गया और फिर काफी मशक्कत के बाद सांप को पकड़ा गया। असीम राज का कहना है कि सांप को पकड़ने के बाद पटना जू को दे दिया गया है। 16 अगस्त को भी मिला था रसेल वाइपर 16 अगस्त को पटना के राजवंशी नगर में भी एक रसेल वाइपर पाया गया था। DAV स्कूल के पास पिजड़े में मिले सांप को देख लोगों ने पूजा शुरू कर दी थी। सामाजिक कार्यकर्ता विवेक विश्वास की तत्परता से बड़े खतरे को टाला गया था। उन्होंने DFO को फोन कर आनन फानन में सांप का रेस्क्यू कराया था। सावन के सोमवार पर मिले सांप की पूजा अर्चना करने वालों के साथ बच्चों की भीड़ थी। सांप का समय से रेस्क्यू नहीं कराया गया होता तो कोई बड़ी घटना हो सकती थी। 15 दिन में यह दूसरी बार हुआ है, जब रसेल वाइपर पटना में पाया गया है। रेस्क्यू करने वाले असीम राज का कहना है कि अगर ऐसे सांपों को समय से नहीं पकड़ा जाए तो बड़ी घटना हो सकती है।

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