नई शिक्षा नीति ने बदल दिया छात्र-छात्राओं का रुझान:आर्ट्स में 97 हजार और बीएससी में 54 हजार एडमिशन, बीकॉम में 36 हजार ने दिखाई रुचि

कॉलेज में प्रवेश लेने वाले छात्रों में काॅमर्स का सिर चढ़कर बोलने वाला जादू इस बार उतर गया है। अब उन संकायों में अधिक दाखिले हो रहे हैं, जिनमें आमतौर पर छात्र ज्यादा रुचि नहीं दिखाते थे। काॅलेजों में हो रहे एडमिशन में पहले राउंड में कुछ ऐसे ही तथ्य सामने आए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि सबसे ज्यादा एडमिशन बीए में हुए हैं, जबकि बीकॉम में सबसे कम एडमिशन हुए हैं। जानकारों का कहना है कि नई शिक्षा नीति की वजह से भी छात्रों की रुचि बदली है। प्रदेश में इस बार यूजी में साढ़े दस लाख सीटाें पर एडमिशन होना हैं। पिछले साल के मुकाबले इस बार साढ़े तीन लाख सीटों में बढ़ोतरी की गई है। वर्तमान में दूसरे राउंड की प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। पहले राउंड में दाखिले भी हो गए हैं। इधर, उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान (आईईएचई) में भी आर्ट्स से जुड़े कोर्सेस में कट ऑफ काफी हाई गया है। यहां भी पहले ही राउंड में अधिकांश सीटें भरने के आसार हैं। बीए हिस्ट्री और पॉलिटिकल साइंस में कट ऑफ 92.4 प्रतिशत, इंग्लिश लिटरेचर में 88.66, इकोनॉमिक्स में 88.73 प्रतिशत तक गया है। जबकि, एकाउंटस विथ मैनेजमेंट में यह 93.6 प्रतिशत पर गया है। संस्थान की एडमिशन इंचार्ज डॉ. शारदा गंगवार ने बताया कि इंग्लिश लिटरेचर सहित अन्य विषयों की सीटें पहले ही राउंड में भरने के आसार हैं। कट ऑफ काफी हाई है। उन्होंने बताया कि जो सीटें पहले राउंड में रिक्त रहेंगी वही दूसरे राउंड में शामिल की जाएंगी। 60% दाखिले होते थे बीकॉम में पिछले साल तक करीब 60 फीसदी दाखिले बीकॉम में होते थे, लेकिन इस बार स्थिति उलट है। सबसे ज्यादा 96,987 एडमिशन बीए में हुए हैं, जबकि बीकॉम में बीए की तुलना में 37 फीसदी ही दाखिले हुए हैं। बीकॉम में केवल 36021 छात्रों ने ही एडमिशन लिया है। मुख्य बात यह है कि बीएससी हमेशा की तरह बीच की स्थिति में है। इसमें 54,169 एडमिशन हो चुके हैं। ह्यूमनटीज से किसी भी फील्ड में जा सकते हैं ह्यूमनटीज का चयन छात्र इसलिए ज्यादा कर रहे हैं क्योंकि इसके माध्यम से वे किसी भी फील्ड में जा सकते हैं। चाहे वह सरकारी नौकरी हों या स्वरोजगार हो। दूसरी बात यह है कि नई शिक्षा नीति में किसी अन्य संकाय का विषय चुनने की छूट भी है। यह भी एक वजह है कि बीए में सर्वाधिक छात्रों ने एडमिशन लिया है। कामर्स में छात्रों के अपेक्षाकृत कम दाखिलों की सबसे बड़ी वजह भी यही है। डॉ. धीरेंद्र शुक्ल, ओएसडी, उच्च शिक्षा एमए में भी सबसे ज्यादा एडमिशन यह स्थिति केवल यूजी में ही नहीं है जब आर्ट्स में सर्वाधिक एडमिशन हुए। पीजी में भी यही स्थिति है। सबसे ज्यादा 21,219 एडमिशन एमए में हुए हैं जबकि एमकॉम में 5922 एडमिशन ही हुए हैं। यानी एमए में एमकॉम के मुकाबले तीन गुना से ज्यादा एडमिशन हुए। पारंपरिक पाठ्क्रमों में ऑनर्स कोर्स में तुलनात्मक रूप से बीकॉम में अधिक दाखिले हुए हैं।

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