वेलिंग्टन
पांच मैचों की टी-20 सीरीज में भारतीय टीम ने शुरुआती तीनों मैच जीतकर 3-0 की विजयी बढ़त बना ली है। चौथ मुकाबला वेलिंग्टन में खेला जाएगा। रेकॉर्ड पर नजर डाली जाए तो ऑकलैंड और हैमिल्टन की तरह यहां भी रन खूब बरसने की संभावना है। वेलिंग्टन में पिछले पांच मैचों में चार मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने जीते हैं और उनका ऐवरेज स्कोर 178 रन रहा है। जनवरी-2018 के बाद से यहां स्पिनर्स की तुलना में फास्ट बोलर्स को ज्यादा विकेट मिले हैं।
भारत का रेकॉर्ड है खराब
हालांकि, वेलिंग्टन के मैदान पर भारतीय टीम का रेकॉर्ड खराब है। यहां उसने न्यू जीलैंड के साथ दो मैच खेले हैं और दोनों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। 2009 में उसे मेजबान टीम ने 5 विकेट से हराया था, जबकि 2019 में 80 रन से जीत दर्ज की थी। हालांकि, इस बार माहौल थोड़ा सा अलग है। जहां विराट कोहली की टीम ने लगातार 3 मैच जीतते हुए पहली बार न्यू जीलैंड में टी-20 सीरीज जीतने का कारनामा किया है तो उसके खिलाड़ी बेजोड़ फॉर्म में हैं। ऐसे में रेकॉर्ड बहुत अधिक मायने नहीं रखते हैं।
टीम में देखने को मिल सकता है बदलाव
दोनों टीमें गुरुवार को यात्रा करके हैमिल्टन से वेलिंग्टन पहुंचीं और शनिवार को माउंट मोंगुनुई रवाना होंगी जहां संडे को अंतिम टी20 खेला जाएगा जिससे दोनों टीमों को नेट अभ्यास के लिए अधिक समय नहीं मिलेगा। भारत के पहले ही सीरीज जीतने के बाद दोनों टीमें इसी साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए बाकी बचे मैचों में सभी संभावित कॉम्बिनेशन को आजमाना चाहेंगी। भारत हालांकि अगर प्रयोग करने का विकल्प चुनता है तो संजू सैमसन और ऋषभ पंत को मौका दिया जा सकता है। पंत को अंतिम ग्यारह में जगह मिलने की संभावना अधिक है, लेकिन उनका चयन इस पर निर्भर करेगा कि किस बल्लेबाज को बाहर किया जाता है और केएल राहुल विकेटकीपिंग जारी रखते हैं या नहीं।
रेस्ट से बनेगी बात
टॉप तीन में रोहित शर्मा, राहुल और कोहली की टीम में जगह पक्की है जबकि श्रेयस अय्यर बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं। मनीष पांडे और शिवम दुबे को और अधिक मौके दिए जाने की जरूरत है। शीर्ष चार में से किसी भी बल्लेबाज को अगले दो मैचों में आराम दिया जा सकता है। अगले दो मैचों में अगर एक-एक करके रोहित और कोहली को आराम दिया जाता है तो हैरानी नहीं होगी और इससे युवाओं को मौका मिलने का रास्ता साफ होगा। बोलिंग विभाग में बदलाव की अधिक उम्मीद है। वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव और नवदीप सैनी मौके का इंतजार कर रहे हैं। तीनों को हालांकि एक साथ मौका नहीं मिलेगा, लेकिन टीम प्रबंधन एक स्पिनर और एक तेज गेंदबाज को रोटेट कर सकता है।
सुंदर पर टिकी नजरें
वॉशिंगटन सुंदर ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों पर कोहली की नई गेंद की रणनीति का हिस्सा हैं और उन्हें अगले दो मैचों में खेलने का मौका मिल सकता है। शार्दुल ठाकुर की जगह सैनी को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है। जसप्रीत बुमराह के खेलने पर भी फैसला किया जा सकता है। हैमिल्टन में बुमराह महंगे साबित हुए थे। वह वनडे इंटरनैशनल और टेस्ट टीम में भी शामिल हैं और उन पर काम के अधिक बोझ को देखते हुए उन्हें भी आराम दिए जाने की उम्मीद है।
मेजबान भी चाहें फेरबदल
न्यू जीलैंड की प्लेइंग इलेवन में भी बदलाव तय है। कोलिन डि ग्रैंडहोम को अंतिम दो मैचों के लिए टीम में जगह नहीं मिली है और उनकी जगह बल्लेबाज टॉम ब्रूस को शामिल किया गया है। मेजबान टीम अपने बल्लेबाजी क्रम को मजबूत कर सकती है क्योंकि अब तक उसका मध्यक्रम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया है। लोगों का साथ ही मानना है कि कप्तान केन विलियमसन को पारी का आगाज करना चाहिए। हैमिल्टन में शानदार पारी खेलने वाले विलियमसन अगर मार्टिन गुप्टिल के साथ पारी का आगाज करते हैं तो कोलिन मुनरो को बल्लेबाजी क्रम में नीचे आना होगा। मिचेल सैंटनर को बुधवार को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा गया और देखना होगा कि न्यू जीलैंड इस तरह के प्रयोग को जारी रखता है या नहीं।
संभावित प्लेइंग XI
भारत: रोहित शर्मा, केएल राहुल (विकेटकीपर), विराट कोहली (कप्तान), श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, शिवम दुबे, रविंद्र जाडेजा/ वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल/ कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी/ नवदीप सैनी, जसप्रीत बुमरा।
न्यू जीलैंड: मार्टिन गप्टिल, कोलिन मुनरो, केन विलियमसन (कप्तान), रॉस टेलर, डेरेल मिचेल, टिम सीफर्ट (विकेटकीपर), मिचेल सैंटनर, स्कॉट कुजेलिन, टिम साउदी, ईश सोढ़ी, हामिश बेनेट।
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