बॉलिवुड ऐक्ट्रेस और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की वाइफ अनुष्का शर्मा एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट करते हुए उन आरोपों का जवाब दिया है, जो उनपर लगते रहे हैं।
- पूर्व क्रिकेटर फारूख इंजीनियर ने कहा था- विराट कोहली टीम को सिलेक्ट करते हैं
- जबकि चयनकर्ता तो वर्ल्ड कप के दौरान अनुष्का को चाय पिलाने का काम करते थे
- इस पर अनुष्का शर्मा ने सोशल मीडिया पर लंबा लेटर लिखते हुए जवाब दिया है
- उन्होंने तमाम आरोपों को झूठा बताते हुए खुद के चाय नहीं कॉफी पीने की बात कही
नई दिल्ली
बॉलिवुड ऐक्ट्रेस और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की वाइफ अनुष्का शर्मा एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट करते हुए उन आरोपों का जवाब दिया है, जो उनपर पिछले कुछ वर्षों में लगते रहे हैं। इसमें वर्ल्ड कप के दौरान सिलेक्टरों के उन्हें चाय पिलाने का काम करने के आरोप का जवाब भी शामिल है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- मैं हमेशा झूठी और गढ़ी हुईं खबरों पर चुप रहती थी, लेकिन ऐसा करने मेरे लिए अब मुश्किल हो गया है। (यहां क्लिक कर पढ़ें- अनुष्का को लेकर क्या कहा था पूर्व क्रिकेटर फारुख इंजीनियर ने)
उन्होंने लिखा- मैं तभी भी चुप रहती थी, जब मेरे बॉयफ्रेंड विराट, जो अब पति हैं, की परफॉर्मेंस के लिए भी मुझे ही जिम्मेदार ठहराया जाता था। कहा जाता था कि मैं टीम मीटिंग का भी हिस्सा हुआ करती थी और चयन प्रक्रिया को भी प्रभावित करती थी। मैं तब भी चुप रही। पति के साथ विदेश दौरे को लेकर भी सुर्खियां बनाई जाती थीं, लेकिन अगर कोई बोर्ड से उन फैक्ट्स के बारे में पूछे तो उसे मिलेगा कि मैंने हमेशा नियमों का पालन किया। उनमें बंधकर रही। सही होने के बावजूद तब भी मैं चुप थी।
उन्होंने लिखा कि बार-बार कुछ बोला जाए तो लोग उसे सच मानने लगते हैं। मुझे इस बात का डर है कि यही मेरे साथ भी न होने लगे। मैंने 11 वर्षों के अपने करियर में तमाम विवादों पर चुप्पी साधे रखी। मेरी चुप्पी की वजह से लोग मेरे बारे में बोले गए झूठ को सच मानने लगे हैं, लेकिन आज ये सब खत्म होता है।
टिकट और फ्लाइट का खर्च खुद उठाती हूं
उन्होंने अपने लंबे लेटर में लिखा- मैचों के टिकट और फ्लाइट्स को लेकर भी मेरे बारे में झूठी खबरें लिखी गईं, जबकि मैं अपने टिकट और फ्लाइट का खर्च खुद उठाती थी। मैं उस वक्त भी चुप थी। मुझे हाई कमिश्नर के साथ ग्रुप फोटो (टीम इंडिया के साथ) के लिए भी लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। कहा गया था कि मैं उस इवेंट का हिस्सा बनना चाहती थी, लेकिन ऐसा नहीं है। मुझे ऑफिशली न्योता मिला था। तब मैं उस इवेंट में शामिल हुई थी।
फैमिली बॉक्स में बैठी थी और चाय नहीं, कॉफी पीती हूं
उन्होंने सिलेक्टरों के चाय पिलाने पर लिखा- मैं वर्ल्ड कप का एक मैच देखने गई थी और फैमिली बॉक्स में बैठी थी, न कि सिलेक्टर्स बॉक्स में। अगर आपको सिलेक्शन कमिटी की क्वॉलिफिकेशन से समस्या है तो आप बिल्कुल अपनी बात रखिए, लेकिन कृपया मेरा नाम उसमें मत घसीटिए। इसके साथ ही उन्होंने लिखा- रिकॉर्ड के तौर पर मैं बताना चाहती हूं कि मैं कॉफी पीती हूं न कि चाय।
इसलिए अनुष्का शर्मा ने लिखी पोस्ट
बता दें कि उनका यह जवाब उस वक्त आया है जब 82 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर फारुख इंजीनियर कहा था कि टीम चयन तो विराट ही कर लेते हैं, जबकि सिलेक्टर्स तो अनुष्का शर्मा को चाय पिलाने का काम करते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा था, 'हमारे पास मिकी माउस सिलेक्शन समिति है।' उन्होंने कहा कि टीम चयन कोई चुनौती नहीं है क्योंकि इसमें विराट कोहली की काफी चलती है।
इंजीनियर ने कहा, 'टीम चयन की प्रक्रिया में विराट कोहली की बहुत अहम भूमिका है जो एक बहुत अच्छी बात है। लेकिन सिलेक्टर्स की क्या खूबी है? सभी सिलेक्टर्स ने मिलकर कुल 10-12 टेस्ट मैच खेले होंगे। मैंने इनमें से एक सिलेक्टर को पहचाना भी नहीं था। मैंने किसी से पूछा 'यह कौन था जिसने भारत का ब्लेजर पहन रखा था, तो उसने बताया कि यह एक सिलेक्टर है। वे सिर्फ अनुष्का शर्मा (विराट की पत्नी) को चाय के कप दे रहे थे। मुझे लगता है कि दिलीप वेंगसरकर के कद के किसी इनसान चयन समिति में होना चाहिए।'
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