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हरियाणा चुनाव: मां के साथ मिल देवी लाल चौटाला की विरासत संभाल रहे 'उत्तराधिकारी' दुष्यंत
हरियाणा की राजनीति में दुष्यंत चौटाला एक ऐसे नाम के तौर पर उभरे हैं जिसकी चर्चा हर ओर हो रही है। राजनीतिक गलियारों में उन्हें सही मायने में देवी लाल का सबसे योग्य उत्तराधिकारी तक कहा जाने लगा है।हरियाणा की राजनीति के बेहद दिलचस्प मोड़ पर किंगमेकर की भूमिका में खड़े दुष्यंत चौटाला पर देशभर की निगाहें टिक गई हैंकुछ महीनों पुरानी जननायक जनता पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में 10 सीट जीतकर बड़ी-बड़ी पार्टियों के होश उड़ा दिएपूर्व उपप्रधानमंत्री और दिग्गज जाट नेता देवी लाल के परपोते दुष्यंत पढ़ाई छोड़कर राजनीति में उतरे और आज अपनी पार्टी खड़ी कर लीहरियाणा की राजनीति के बेहद दिलचस्प मोड़ पर किंगमेकर की भूमिका में खड़े दुष्यंत चौटाला पर इस वक्त राज्य ही नहीं देशभर की निगाहें टिक गई हैं। कुछ महीनों पुरानी जननायक जनता पार्टी ने 10 सीट जीतकर बड़ी-बड़ी पार्टियों के होश उड़ा दिए हैं। पूर्व उपप्रधानमंत्री और दिग्गज जाट नेता देवी लाल के परपोते दुष्यंत पढ़ाई छोड़कर राजनीति में उतरे थे और आज अपनी पार्टी खड़ी कर ली है। राजनीतिक गलियारों में उन्हें सही मायने में देवीलाल का सबसे योग्य उत्तराधिकारी तक कहा जाने लगा है।अमेरिका के कैलिफॉर्निया से ग्रैजुएशन और नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी से मास्टर्स करने वाले दुष्यंत संसद में सबसे सक्रिय सांसदों में से एक रहे हैं। उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर संसद में 677 सवाल पूछे। किसानों की चिंताओं को रेखांकित करने के लिए वह कई बार ट्रैक्टर से संसद पहुंच जाते थे। 2014 में जब उन्होंने हिसार लोकसभा सीट पर आईएनएलडी के टिकट पर चुनाव जीता तो 26 साल की उम्र में सांसद बनने वाले पहले शख्स बन गए।उनकी मां नैना सिंह चौटाला ने भी एक रेकॉर्ड अपने नाम किया है। वह देवीलाल परिवार से राजनीति में कदम रखने वाली पहली महिला हैं। दुष्यंत के पिता अजंय सिंह चौटाला से शादी करने से पहले नैना निशानेबाजी किया करती थीं। यूनिवर्सिटी लेवल पर वह शूटिंग टीम लीड करती थीं। हालांकि, शादी के बाद जहां वह शूटिंग से दूर हो गईं, वहीं राजनीति के करीब पहुंचती गईं। जब एक घोटाले में नाम आने पर अजय सिंह चौटाला को जेल भेज दिया गया तो नैना को उनकी जगह उतारा गया और यहां उनका निशाना एकदम सटीक लगा।जब आईएनएलडी की गद्दी संभालने का मौका आया तो अपने चाचा अभय चौटाला के साथ कानूनी लड़ाई में पड़ने की जगह दुष्यंत चौटाला ने नई पार्टी बनाने का फैसला किया। हरियाणा चुनाव के बाद उनके इस फैसले का नतीजा देखने को मिल रहा है। आज वह हरियाणा की राजनीति के किंगमेकर हैं। हालांकि, उनका फैसला सही साबित होने से पहले ही उनकी मां नैना उनके साथ आ गई थीं और जननायक पार्टी का हिस्सा बन गईं।नैना के अलावा दुष्यंत को पत्नी मेघना का भी पूरा साथ मिला। मतदान के दौरान चौटाला सिरसा में वोट डालने ट्रैक्टर पर पहुंचे तो उनके साथ मां के अलावा मेघना भी थीं। आईपीएस ऑफिसर की बेटी मेघना एहलावत ने एमबीए की पढ़ाई की है और 2017 में एक भव्य समारोह में दुष्यंत के साथ उनकी शादी हुई थी।चौटाला परिवार
बता दें कि देवीलाल चौटाला के बेटे ओम प्रकाश चौटाला के दो बेटे हैं- अजय चौटाला और अभय चौटाला। अजय चौटाला और पत्नी नैना चौटाला के दो बेटे हैं दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला। वहीं, अभय चौटाला और पत्नी कांता चौटाला के भी दो बेटे हैं- करण चौटाला और अरुण चौटाला।
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